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Fairlickson Akow
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Lal Kitab Kundli Software In Hindi Free 12




लल कतब कुंडल सफ्टवेयर इन हंद फ्र 12


लल कतब कुंडल सफ्टवेयर इन हंद फ्र 12




लल कतब कुंडल सफ्टवेयर एक ऐस सफ्टवेयर है ज आपक अपन जन्म कुंडल, रशफल, उपय और अन्य ज्यतष संबंध जनकर प्रदन करत है लल कतब कुंडल सफ्टवेयर में आपक 12 खनं के आधर पर ग्रहं क प्रभव, स्थत, महत्व, शुभ-अशुभत, दष, प्रतकूलत, समधन, मंत्र, पूज, दन, रत्न, रंग, महने, सप्तह, दन, मुहूर्त, समस्य, समधन, प्रेम, ववह, करयर, स्वस्थ्य, परवर, संतन, धन-सम्पत्त, शत्रु-मत्र, सभग्य-सुख-समृद्ध, मक्ष-मुक्त, पुरुषर्थ-प्रकृत-प्रकप-प्रसन्नत आद के बरे में पूर जनकर मलत है


Download File: https://jinyurl.com/2w4mmy


लल कतब कुंडल सफ्टवेयर में 12 खने हैं:



  • प्रथम - लग्न - तन, स्व - सूर्य



  • द्वतय - कुतुम्ब, सम्पत्त, मुंह, मन, सह - सम



  • तृतय - सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - सह, सह - मंगल



  • चतुर्थ - मत, पत, मकन, परवेश, परणत, केश, केश, केश, केश, केश, केश, केश, केश, केश, केश, - - - - - - - - - - - - - - - चंद्र



  • पंचम - संतन, वद्य, बुद्ध, मनरंजन, प्रेम, ववह, संदर्य, कल, कशल, कशल, कशल, कशल, कशल, कशल, कशल - बुध



  • षष्ठ - रग, रपु, रण, रक, रुकवट, रन, रन, रन, रन, रन, रन, रन, रन, रन - - - - - - - - - - - - - - - शुक्र



  • सप्तम - पत-पत्न, सथ-सथ, सथ-सथ, सथ-सथ, सथ-सथ, सथ-सथ, ववह, ववह, ववह, ववह, ववह, ववह, ववह, ववह, ववह, जवन सथ, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, सम्बंध, प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम के लए कुल पत



अष्टम - मृत्यु, नरश, नरश, अष्टम खने के बरे में आगे लखते हैं: - अष्टम - मृत्यु, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, दुर्घटन, चर, अपहरण, बमर, दुख, कस्ट, कर्ज, कर्ज, कर्ज, कर्ज, कर्ज - - - - - - - - - - - - - - - शन - अष्टम खन जवन के सबसे कठन और दुर्भग्यपूर्ण खन है इसमें ग्रहं क प्रभव अत प्रतकूल हत है इस खने में सूर्य, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, केतु के हने से मृत्यु, दुर्घटन, चर, अपहरण, बमर, दुख, कस्ट, कर्ज, संतप, पड़, परेशन, संकट, मुसबत, आपत्त, आपद, कलह, कलेश, कलंक, कलुषत, कुप्रतष्ठ, कुकर्त, कुसंस्कर, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत अष्टम खने के बरे में आगे लखते हैं: - अष्टम - मृत्यु, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, दुर्घटन, चर, अपहरण, बमर, दुख, कस्ट, कर्ज, कर्ज, कर्ज, कर्ज, कर्ज - - - - - - - - - - - - - - - शन - अष्टम खन जवन के सबसे कठन और दुर्भग्यपूर्ण खन है इसमें ग्रहं क प्रभव अत प्रतकूल हत है इस खने में सूर्य, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, केतु के हने से मृत्यु, दुर्घटन, चर, अपहरण, बमर, दुख, कस्ट, कर्ज, संतप, पड़, परेशन, संकट, मुसबत, आपत्त, आपद, कलह, कलेश, कलंक, कलुषत, कुप्रतष्ठ, कुकर्त, कुसंस्कर, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत - इसके वपरत, इस खने में चंद्र, रहु और शन के हने से मक्ष-मुक्त, प्रलय-प्रकप-प्रसन्नत, प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम अष्टम खने के बरे में आगे लखते हैं: - अष्टम - मृत्यु, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, नरश, दुर्घटन, चर, अपहरण, बमर, दुख, कस्ट, कर्ज, कर्ज, कर्ज, कर्ज, कर्ज - - - - - - - - - - - - - - - शन - अष्टम खन जवन के सबसे कठन और दुर्भग्यपूर्ण खन है इसमें ग्रहं क प्रभव अत प्रतकूल हत है इस खने में सूर्य, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, केतु के हने से मृत्यु, दुर्घटन, चर, अपहरण, बमर, दुख, कस्ट, कर्ज, संतप, पड़, परेशन, संकट, मुसबत, आपत्त, आपद, कलह, कलेश, कलंक, कलुषत, कुप्रतष्ठ, कुकर्त, कुसंस्कर, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत, कुसंस्कृत - इसके वपरत, इस खने में चंद्र, रहु और शन के हने से मक्ष-मुक्त, प्रलय-प्रकप-प्रसन्नत, प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम - लल कतब के अनुसर, अष्टम खने में सूर्य हने पर मृत्यु समप हत है मंगल हने पर महल से सम्बंध हते हैं बुध हने पर महल से प्रेम हत है गुरु हने पर महल से ववह हत है शुक्र हने पर महल से सुख-समृद्ध मलत है केतु हने पर महल से वयग हत है चंद्र हने पर महल से प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम-प्रेम हत है रहु हने पर महल से भ्रम, छल, कपट, धख, नटक, नटक, नटक, नटक, नटक, नटक, नटक, नटक, नटक हत है शन हने पर महल से वरध, वद्वेष, वैमनस्य, अलगव, परत्यग, परत्यग, परत्यग, परत्यग, परत्यग, परत्यग, परत्यग, परत्यग, परत्यग हत है इस प्रकर, लल कतब कुंडल सफ्टवेयर में 12 खनं क समक्ष क गई है इस सफ्टवेयर क उपयग करके आप अपन कुंडल क वश्लेषण कर सकते हैं और अपने जवन में सुख-समृद्ध के उपय कर सकते हैं लल कतब कुंडल सफ्टवेयर हंद में मुफ्त में 12 महने के लए download करने के लए [click here]




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